आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ ! अभिमंत्रित व धारण करने की विधि

By | November 11, 2018

आठ मुखी रुद्राक्ष के प्रधान देव भगवान श्री गणेश को माना गया है | इसे धारण करने से भैरव बाबा की भी कृपा प्राप्त होती है | इसके साथ ही आठ मुखी रुद्राक्ष आठ दिशाओं और आठ सिद्धियों का नेतृत्व करता है | जिस प्रकार हिन्दू धरम में गंगा को बहुत ही पवित्र माना गया है और गंगा में स्नान करने मात्र से सभी पाप दूर होते है उसी प्रकार आठ मुखी रुद्राक्ष(8 Mukhi Rudraksh Benefits Hindi) धारण करने से भी सभी पाप दूर होते है, विशेष रूप से जो लोग बहुत झूठ बोलते है, या फिर चोरी आदि करते है ऐसे पाप इस रुद्राक्ष के धारण करने से स्वतः ही दूर होने लगते है |

8 Mukhi Rudraksh Benefits Hindi

8 Mukhi Rudraksh Benefits Hindi

आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ : –

  • जो लोग भैरव बाबा की उपासना करते है उन्हें इस रुद्राक्ष को अवश्य ही धारण करना चाहिए | किन्तु ध्यान दे इसे पूर्ण विधि अनुसार ही धारण किया जाना चाहिए और रुद्राक्ष की पवित्रता को बनाये रखना चाहिए तभी भैरव बाबा की कृपा प्राप्त होती है |
  • इस रुद्राक्ष के अधिपति देव गणेश जी है | इसलिए इसे धारण करने से ज्ञान, बुद्धि, धन, यश में वृद्धि के साथ-साथ पद में उन्नति के अवसर प्राप्त होते है |
  • आठ मुखी रुद्राक्ष के स्वामी गृह राहू है | इसलिए राहु जनित दोषों को दूर करने में भी आठ मुखी रुद्राक्ष का बड़ा महत्व माना गया है |
  • आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मन से हर प्रकार की इर्ष्या, द्वेष आदि दूर होते है और मन में सात्विक विचारों का जन्म होता है |
  • पैरों में दर्द, चर्म रोग और श्वास रोग में आठ मुखी रुद्राक्ष से लाभ प्राप्त होता है |
  • जो जातक इस रुद्राक्ष को धारण करते है उन पर किसी प्रकार की तांत्रिक क्रियाओं का असर नहीं होता व भूत-प्रेत से छुटकारा प्राप्त होता है(8 Mukhi Rudraksh Benefits Hindi) |
  • पराई स्त्री के साथ संबंध बनाने से जातक जिस पाप का भागी बनता है वह भी इस आठ मुखी रुद्राक्ष के पहनने से दूर होता है |

आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र : –

आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पहले अधिक से अधिक इस मंत्र के जप किये जाने चाहिए : – ॐ हूं नमः |

आठ मुखी रुद्राक्ष को अभिमंत्रित व सिद्ध करने की विधि : –

8 मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करने हेतु सर्वप्रथम रुद्राक्ष को पंचामृत( दूध-दही-घी-शहद और गंगाजल के मिश्रण) से स्नान कराये | इसके पश्चात् शुद्ध जल से स्नान कराये | अब रुद्राक्ष को गंगाजल से स्नान कराये | इतना करने के उपरांत रुद्राक्ष को पूजास्थल पर लाल कपड़ा बिछाकर रख दे | अब दीपक प्रज्वल्लित करें व रुद्राक्ष की विधिवत पूजा करें( रुद्राक्ष को कुमकुम से तिलक करें, पुष्प अर्पित करें, अक्षत(चावल) अर्पित करें, मीठे का भोग लगाये) |

रुद्राक्ष पूजन के पश्चात् हाथ में जल लेकर परमपिता परमेश्वर से इस प्रकार आग्रह करें : – हे परमपिता परमेश्वर मैं( अपना नाम बोले) गोत्र(अपना गोत्र बोले) आठ मुखी रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करने हेतु ॐ नमः शिवाय  या ॐ हूं नमः (दोनों में से किसी एक मंत्र का जप करें) मंत्र के जप कर रहा हूं मुझे इस कार्य में सफलता प्रदान करें, मेरे कार्य में किसी प्रकार की कोई गलती हो गयी हो तो मुझे क्षमा करें | ऐसा कहते हुए जल को नीचे जमीन पर छोड़ दे | अब भगवान शिव का ध्यान करते हुए अधिक से अधिक संख्या में ॐ नमः शिवाय या ॐ हूं नमः मन्त्र के जप करें(8 Mukhi Rudraksh Benefits Hindi) |

सम्बंधित जानकारियाँ : –

मंत्र जप पूर्ण करने के उपरांत आप स्थान छोड़ दे और रुद्राक्ष में धागा डालकर माला बना ले | अब शिवमंदिर जाकर वहां विधिवत शिवलिंग पूजा करें | अंत में रुद्राक्ष को शिवलिंग से स्पर्श कराकर भगवान शिव का ध्यान करते हुए रुद्राक्ष को गले में धारण करें(8 Mukhi Rudraksh Benefits Hindi) | रुद्राक्ष की पवित्रता को हमेशा बनाये रखे | अल्टीमेट ज्ञान संस्थान द्वारा सिद्ध आठ मुखी रुद्राक्ष प्राप्त करने के लिए संपर्क करें : 9671528510   ||