मनुष्य में sex सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या के लिए बंग भस्म का उपयोग किया जाता है | आयुर्वेद में यह बहुत ही प्रचलित औषधि है जिसे बहुत से चिकित्सक sex से जुड़ी हर प्रकार की बीमारी को ठीक करने में करते है | जहाँ sex से जुड़ी समस्याओं की बात होती है आयुर्वेद में बंग भस्म/(Bang Bhasma Benefit in Hindi)का उपयोग किसी न किसी रूप में अवश्य किया जाता है |
Bang Bhasma Benefit in Hindi
बंग भस्म के लाभ एवं उपयोग : –
यह तो स्पष्ट है की बंग भस्म का प्रयोग sex से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में किया जाता है आइये जानते है कौन-कौन से sex रोगों में बंग भस्म का उपयोग करना लाभप्रद माना गया है : –
- स्वप्नदोष
- शीघ्रपतन
- वीर्यस्त्राव
- नपुंसकता
- धातुक्षीणता
- प्रमेह
उपरोक्त sex से जुड़े रोगों में बंग भस्म प्रयोग करना लाभप्रद माना गया है | इसके साथ-साथ बंग भस्म का प्रयोग कास – स्वास- पांडु रोग- कृमि, मन्दाग्नि और क्षय रोगों में भी किया जाता है |
स्त्रियों के गर्भाशय के रोग, अत्यार्तव और सुजाक के कारण दूषित शुक्र को संतान उत्पन्न करने योग्य बनाने में भी बंग भस्म उपयोगी है |
बंग भस्म सेवन विधि : –
सामान्य अवस्था में 1 रत्ती से 2 रत्ती बंग भस्म को मिश्री, मक्खन , मधु या मलाई के साथ लिया जा सकता है या फिर रोग के अनुसार चिकित्सक की सलाह अनुसार ही प्रयोग करना उचित है |
भिन्न-भिन्न रोगों में बंग भस्म द्वारा उपचार : –
- स्वप्नदोष में बंग भस्म द्वारा उपचार: – स्वप्नदोष होने पर बंग भस्म 1 रत्ती + प्रवाल पिष्टी 1 रत्ती + कबाब चीनी चूर्ण 4 रत्ती इन सबको मिलाकर शहद के साथ सेवन करें |
- अजीर्ण होने पर: अजीर्ण होने की स्थिति में बंग भस्म की 1 रत्ती मात्रा + डेढ़ माशा लवणभास्कर चूर्ण दोनों को गरम जल के साथ सेवन करें |
- वीर्यस्तम्भन के लिए: – बंग भस्म 2 रत्ती + नाग भस्म 1 रत्ती + वंशलोचन चूर्ण 4 रत्ती + भांग 4 रत्ती सबको मिलाकर मक्खन अथवा मिश्री अथवा पान के रस के साथ दे | इसके बाद गरम दूध पीये |
- बलवृद्धि: – शारीरिक बल में वृद्धि के लिए आप बंग भस्म 2 रत्ती + लौह भस्म 1 रत्ती + प्रवाल भस्म 2 रत्ती को मिलाकर मक्खन या मिश्री के साथ में दे |
- पांडु रोग में: – बंग भस्म 1 रत्ती + लौह भस्म या मंडूर भस्म 2 रत्ती + त्रिफला चूर्ण सबको मिलाकर मधु के साथ देना चाहिए |
अन्य जानकारियाँ : –
मुख्य रूप से बंग भस्म का प्रयोग sex से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में अधिक किया जाता है किन्तु बहुत से चिकित्सक इस भस्म का प्रयोग और भी बहुत से रोगों में करते है | इसलिए बंग भस्म का प्रयोग करने से पहले एक बार चिकित्सक से परामर्श अवश्य ले ले(Bang Bhasma Benefit in Hindi) |