Category Archives: पौराणिक कहानियाँ

गुस्सा(क्रोध) क्या है ? गुस्सा(क्रोध) आने के 11 मुख्य कारण | गुस्सा कब आना सही है

बहुत ही कम लोग ऐसे होते है जो इस विषय में रूचि रखना पसंद करेंगे कि आखिर लोगों को गुस्सा क्यों आता है और इस गुस्से को कैसे control किया जाये | किन्तु यह विषय इतना भी साधारण नहीं है कि इसे अनदेखा किया जाये | सबसे पहले यह जानना जरुरी है कि गुस्सा आना आपके लिए हानिकारक… Read More »

गोत्र क्या है ? अपना गोत्र कैसे पता करें ?

मानव एक सामाजिक प्राणी है | एक सामान्य मनुष्य समाज के बनाये नीति व नियमों का पालन करके ही इस समाज में स्वयं को व अपने परिवार के मान-सम्मान को बनाये रख सकता है | गोत्र/Gotra Kya Hai भी प्राचीन मानव समाज द्वारा बनाये गये रीती-रिवाजों का हिस्सा है जो यह निर्धारित करते है कि एक व्यक्ति किस… Read More »

जब हुआ हनुमान जी और बाली का आमना-सामना ! हनुमान जी और बाली के मध्य युद्ध

यह रोचक घटना रामायण काल की है जब महाबली बाली आपनी शक्ति के घमंड में चूर होकर इस धरा पर इधर-उधर भटकने लगा ताकि कोई ऐसा मिले जो उससे युद्ध में ललकार सके उसे हरा सके | बीच रास्ते में बाली की मुलाकात हनुमान जी/Hanuman Bali Yudh से होती है और हनुमान किस प्रकार से बाली का घमंड… Read More »

हिन्दू धर्म में केसरी रंग का महत्व

यह दुनियाँ रंगों से भरी है | प्रकृति ने सभी वस्तुओं को अपना एक अलग रंग दिया है | यह व्यक्तिगत धारणा पर निर्भर करता है कि किस व्यक्ति को कौन सा रंग प्रिय लगता है और कौन सा रंग अप्रिय लगता है लेकिन वास्तविकता तो यह है कि प्रकृति द्वारा बनाये गये रंगों में कोई भी रंग… Read More »

हम भगवान कृष्ण को जिस रूप में प्राप्त करने का यत्न करते है वे हमें उसी रूप में स्वीकार करते है

इस भौतिक संसार में मित्रता कुछ वर्षों तक चलती है और फिर टूट जाती है, इसलिए इस विकृत, अस्थायी और अवास्तविक कहते है | यदि हम कृष्ण से मित्रता स्थापित करें, तो वह कभी नहीं टूटेगी | यदि हम कृष्ण को अपना स्वामी बना ले, तो हम कभी धोखा नहीं खायेंगे | यदि हम कृषण को पुत्र के… Read More »