Top Hindu Temple/ भारत के प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर
हिन्दू धरम दुनिया का सबसे प्राचीन धरम है हिन्दू धरम में देवी-देवताओं की संख्या व मंदिरों की संख्या बहुत अधिक है जो इसे सभी धर्मो से अलग करती है | भारत के साथ-साथ पूरे विश्व में बहुत से हिन्दू मंदिर है | आज हम आपको भारत में स्थित 30 ऐसे प्रसिद्ध मंदिरों के विषय में जानकारी देने वाले है जहाँ भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है | भारत में स्थित सभी प्राचीन मंदिर धार्मिक आस्था के साथ-साथ प्राचीन विकसित शिल्पकला के ऐसे नमूने है जिन्हें आज के आधुनिक युग में भी बनाना बहुत मुश्किल है | भारत में बहुत से Hindu Temple/ हिन्दू मंदिर अपने आप में ऐसे अनसुलझे रहश्य छिपाए हुए है जिन्हें आज का आधुनिक विज्ञान भी नही सुलझा पाया है | इन मंदिरों में ये चमत्कार आज भी जीवित है जो भक्तों की श्रद्धा से जुड़े हुए है |
Top Hindu Temple/ हिन्दू मंदिर :-
1. केदारनाथ मंदिर :-
केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है | उत्तराखंड की मंदाकनी नदी के पास घरवाल हिमालय पर्वत श्रंखलाओं पर बना यह मंदिर लगभग 1000 वर्ष से भी अधिक पुराना है | इस मंदिर की बनावट इतनी मजबूत है कि लगभग 400 सालों तक पूरी तरह से बर्फ के ग्लेशियरों से ढक जाने के बाद भी मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ | एक आश्चर्य तो अभी सबके सामने घटित हुआ है जब पूरे उत्तराखंड में जल प्रलय का कहर टूट रहा था तब भी इस मंदिर को खरोंच तक नहीं आई | भगवान शिव को समर्पित इस केदारनाथ धाम में लोगों की अटूट आस्था है और मई से लेकर अक्टूबर तक भक्तों की भारी भीड़ केदारनाथ के दर्शन के लिए एकत्रित होती है |
2. बद्रीनाथ मंदिर : –
हिन्दू धरम में चार धाम में से एक बद्रिनाथ मंदिर भगवान श्री विष्णु को समर्पित है जहाँ भगवान श्री विष्णु बद्रीनाथ के रूप में यहाँ विराजमान है | उत्तराखंड राज्य में अलखनंदा नदी के किनारे स्थित यह मंदिर धार्मिक द्रष्टि से सबसे अधिक महत्व रखता है | प्रत्येक हिन्दू का लक्ष्य होता है कि वह अपने जीवनकाल में एक बार चार धाम की यात्रा अवश्य करें | सभी चार धाम ये यह सबसे ऊंचाई पर स्थित है |
3. महाकालेश्वर मंदिर :-
यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे पवित्र ज्योतिर्लिंग माना जाता है | यह मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है | भगवान शिव इस लिंग में स्वयं भू के रूप में बसते है | अपनी अपार शक्तियों से विख्यात यह मंदिर अपनी तांत्रिक क्रियाओं व काल सर्प दोष निवारण हेतु भी विख्यात है | ऐसी मान्यता है कि यहाँ रात्रि में शिवलिंग आरती में शामिल होने से व्यक्ति कभी अकाल मृत्यु का शिकार नहीं होता | यहाँ दूर-दूर से तांत्रिक सिद्धियाँ प्राप्त करने आते है |
4. त्रियंभकेश्वर मंदिर :-
त्रियंभकेश्वर मंदिर भी भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ भगवान शिव , भगवान विष्णु और ब्रह्मा पिण्ड रूप में पूजे जाते है | बाकी से सभी ज्योतिर्लिंगों में भगवान शिव को ही शिवलिंग रूप में पूजा जाता है |यह मंदिर महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्रिम्बक शहर में ब्रह्मगिरी पहाड़ी की तलहटी में स्थित है | देश में लगने वाले चार महाकुम्भ में एक महाकुम्भ यहीं लगता है जो कि 12 वर्षो के एक बार आता है | महाकुम्भ के समय यहाँ गोदावरी नदी में स्नान करना सबसे अधिक पुण्य देने वाला है |
5. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर :-
राजस्थान के दौसा जिले में स्थित यह मंदिर अपने चमत्कार से बहुत प्रसिद्ध है | हनुमान जी का यह मंदिर भूत -प्रेत और हर प्रकार की ऊपरी बाधाओं से मुक्ति का एकमात्र स्थान है | इस मंदिर के प्रांगण में जाते ही आपको चमत्कार देखने को मिल जायेंगे | दूर-दूर से भूत-प्रेत और बुरी आत्माओं के प्रभाव से पीड़ित रोगियों को यहाँ लाया जाता है | हनुमान जी कृपा से इस स्थान पर ऐसे रोगी शीघ्र ही यहाँ पूरी तरह से स्वस्थ हो जाते है | चमत्कारिक शक्तियों में हनुमान जी का यह प्रसिद्ध मंदिर(Hindu Temple) है |
6. पुष्कर जी मंदिर :-
ब्रह्मा , विष्णु और महेश हिन्दू धरम में सबसे बड़े देव माने गये है |जहाँ भगवान विष्णु और भगवान शिव के अनगिनत मंदिर है वहीँ ब्रह्मा जी का सिर्फ एक मंदिर ही है | ब्रह्मा जी की पत्नी सावित्री के श्राप के कारण ब्रह्मा जी का पूरे भारत में एकमात्र मंदिर राजस्थान के पुष्कर में स्थित है |
7. काल भैरव मंदिर :-
मध्यप्रदेश के उज्जैन नगरी में स्थित काल भैरव मंदिर अपने चमत्कार से पूरे भारत में प्रसिद्ध है | ऐसी मान्यता है कि यह (Hindu Temple) मंदिर हजारों साल पुराना है और एक समय था जब इस मंदिर में केवल तांत्रिकों का आने की अनुमति होती थी | यहाँ काल भैरव को मदिरा , मांस, व बलि की भेंट दी जाती थी | किन्तु वर्तमान समय में यहाँ केवल प्रसाद रूप में मदिरा ही चड़ाई जाती है | इस मंदिर में जैसे ही प्याले द्वारा मंदिर को काल भैरव के मुख से लगाया जाता है मदिरा अपने आप उनके मुख में चली जाती है | काल भैरव को भगवान शिव का ही रूद्र रूप माना गया है | दूर-दूर से काल भैरव के भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते है |
8. वैष्णो देवी मंदिर :-
जम्मू में कटरा से मात्र 12km की दूरी पर स्थित माँ वैष्णोदेवी मंदिर पूरे विश्व में माता का सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है | धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यहाँ स्थित गुफा में माता ने बाल रूप में 9 महीने तपस्या की थी और भैरवनाथ का वध किया था | यहाँ गुफा के अंदर पिंडी के रूप में माँ काली , माँ सरस्वती और माँ लक्ष्मी विराजमान है | इन तीनों देवियों का सयुंक्त रूप ही वैष्णोदेवी कहलाता है |
9. ज्वालादेवी मंदिर :-
ज्वाला देवी मंदिर माँ के 51 शक्तिपीठों में सबसे चमत्कारी मंदिर है जहाँ चमत्कारिक रूप से निकल रही ज्योति के रूप में माँ दर्शन देती है | हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में कालीधार पहाड़ी के बीच बसा यह(Hindu Temple) मंदिर चमत्कारिक इसलिए है क्योंकि यहाँ पृथ्वी के अंदर से 9 ज्योतियां अपने आप सदियों से जल रही है जिनके रहस्य को आजतक कोई नहीं सुलझा पाया है | विस्तार से जानने के लिए इस post को पढ़े : ज्वाला देवी मंदिर
10. कामाख्या देवी मंदिर :-
माँ के 51 शक्तिपीठों में सबसे पुराना कामाख्या देवी मंदिर तांत्रिक सिद्धियों की प्राप्ति के लिए सर्वोच्च स्थान पर आता है |Hindu Temple/ कामाख्या देवी मंदिर असम की राजधानी दिसपुर के पास गुवाहाटी से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | यह मंदिर अपनी अनूठी मान्यताओं के लिए भी प्रचलित है | पूरे भारत वर्ष में यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ माँ के योनि भाग की पूजा होती है | पहाड़ी पर स्थित माँ के इस मंदिर में माँ का मुख्य स्थान मंदिर के 20 फुट नीचे गुफा में योनिकुण्ड के रूप में स्थित है | अधिक विस्तार से जानने के लिए इस post को पढ़े : कामाख्या देवी मंदिर
हिन्दू मंदिर/Hindu Temple अपने रहस्यों और चमत्कारों से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है | ये ऐसे सिद्ध स्थान है जहाँ सच्चे मन से प्रार्थना करने से सभी मनोकामनायें पूरी होती है |