हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा को सबसे बड़ी शक्ति के रूप में पूजा जाता है | वैसे तो भक्त सम्पूर्ण वर्ष माँ दुर्गा की पूजा-आराधना कर सकते है | किन्तु नवरात्रि का समय माँ दुर्गा पूजन(Navratri Durga Puja)का सबसे उत्तम समय माना गया है | हिन्दू धर्म में नवरात्रि का समय सबसे बड़े धार्मिक त्यौहार के रूप में सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है | नवरात्रि का समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए भी सबसे अच्छा समय होता है | नवरात्रि के दिनों में किये गये हवन व यज्ञ आदि का पूर्ण फल प्राप्त होता है |
नवरात्रि के 9 दिनों में माँ के 9 अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है | माँ दुर्गा के 9 रूप इस प्रकार है : मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्रि | नवरात्रि का त्यौहार वर्ष में दो बार मनाया जाता है, प्रथम नवरात्रि चैत्र मास में व दुसरा नवरात्रि पर्व अश्विन मास में जो की आधुनिक कलेंडर के अनुसार क्रमशः मार्च महीने और अक्टूबर,नवम्बर महीने में आते है |
Navratri Durga Puja Vidhi :
नवरात्रि में माँ दुर्गा की पूजा विधि :-
पूर्व दिशा में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर माँ दुर्गा की मूर्ति या फोटो स्थापित करें | एक कटोरी में थोड़े चावल डालकर उसमें एक मिट्टी की डली पर लाल धागा लपेटकर गणेश जी की स्थापना करें | ईशान कोण(उत्तर व पूर्व दिशा के मध्य का भाग) में एक मिटटी के क्लश में पानी भरकर रख दे उस पर एक नारियल पर लाल कपडा लपेटकर, लाल धागे से बांधकर रख दे(Navratri Durga Puja) | अब माँ दुर्गा की फोटो के सामने नीचे जमीन पर एक घी का दीपक प्रज्वलित करें साथ में धुप आदि भी लगाये |
Navratri Durga Puja
अब आप सामने आसन बिछाकर बैठ जाये | दायें हाथ में थोडा जल लेकर सकल्प ले :- हे परमपिता परमेश्वर, मै(अपना नाम बोले) गोत्र(अपना गोत्र बोले) | अपने कार्य की पूर्णता हेतू माँ दुर्गा की यह पूजा कर रहा हूँ मेरे कार्य में मुझे सफलता प्रदान करें | ऐसा कहते हुए हाथ के जल को नीचे जमीन पर छोड़ दे |
अब सर्वप्रथम गणेश जी को कुमकुम द्वारा तिलक करें अक्षत अर्पित करें | फिर माँ दुर्गा को तिलक करें और अक्षत अर्पित करें फिर पानी के कलश(वरुण देव) को तिलक करें और अक्षत अर्पित करें | इसी प्रकार से सभी देवों को आप पुष्प अर्पित करें और मिष्ठान आदि अर्पित करें |
अब अपनी आँखे बंद करके माँ का ध्यान करते हुए कुछ समय के लिए इस मन्त्र के मन ही मन जप करें : “ ऊँ ह्रीं दुं दुर्गायै नम ” |
अन्य जानकारियाँ :-
- माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्ति हेतु सरल उपाय | माँ दुर्गा को प्रसन्न कैसे करें ?
- सिद्ध कुंजिका स्त्रोत मंत्र को सिद्ध करने की सरल विधि !
- नवग्रह शांति मंत्र | सभी 9 ग्रहों की शांति के लिए इन मन्त्रों का ज़प करें
Navratri Durga Puja
ऐसे करने के उपरांत माँ दुर्गा चालीसा का पाठ करें और अंत में माँ दुर्गा की आरती करें | पूजन के पश्चात् 9 छोटी कन्याओं को भोजन अवश्य कराएँ | माँ दुर्गा की पूजा-आराधना करने की यह अत्यंत ही सरल और छोटी विधि है | आप अपने सामर्थ्य और ज्ञान अनुसार पूजा विधान को बड़ा भी कर सकते है | नवरात्रि के समय माँ दुर्गा की पूजा-आराधना भक्तों के सभी कष्ट दूर करने वाली है | नवरात्रि पर्व में आप भी माँ दुर्गा की पूजा-आराधना/(Navratri Durga Puja) करके मनवांछित फल की प्राप्ति कर सकते है |