ज्योतिष शास्त्र में राहु को छाया गृह माना गया है | राहु की महादशा और अन्तर्दशा में यह शनि गृह की अपेक्षा कहीं अधिक हानिकारक सिद्ध होता है | राहु एक पाप गृह है इस गृह की छाया मात्र से ही मनुष्य की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है | ज्योतिष के अनुसार ऐसा माना जाता है कि हर व्यक्ति जीवन में एक बार राहु की महादशा और अंतर्दशा से पीड़ित अवश्य होता है | कुंडली में राहु की महादशा/(Rahu Mahadasha Upay)का काल 18 वर्ष का होता है | इस अवधि में मनुष्य कम से कम एक बार किसी न किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त होता है | कभी-कभी तो मनुष्य को लम्बे समय तक बीमारी तक का पता नहीं लगता कि उसे कौन सी बीमारी हुई है |
कुंडली में राहु ख़राब होने पर/(राहु महादशा) ये लक्षण अनुभव होते है : –
- राहु की महादशा में व्यक्ति शराब का सेवन अधिक करने लगता है |
- पारी स्त्री के चक्कर में आना या फिर अपनी पत्नी के अतिरिक्त किस अन्य विवाहित महिला से संबंध बनाना |
- अपने धर्म में विश्वास न रखना/ नास्तिक बनना और अपने गुरु का अपमान करना |
- झूठ बोलना , कटु वाणी का प्रयोग करना , धोखा देना |
- हमेशा तामसिक भोजन में रूचि रखना |
- सिर में किसी प्रकार की चोट का लगना |
- वाहन दुर्घटना, पुलिस केश होना या फिर पत्नी से हमेशा झगड़ा रहना |
- जीवन में डर का अनुभव होना व नये-नये शत्रु बनाना |
- आर्थिक नुकसान होना |
- मानसिक तनाव में रहना |
राहु महादशा में होने वाली बीमारियाँ : –
- राहु महादशा के दौरान व्यक्ति : गैस की बीमारी , पेट की बीमारी , बाल झड़ना , मानसिक तनाव , सिर दर्द , पागलपन , बवासीर या किसी असाध्य रोग का होना |
कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी होने पर अनुभव होने वाले लक्षण : –
- राहु शुभ होने पर व्यक्ति धनवान बनता है |
- धार्मिक कार्यों में रूचि अधिक रखना |
- ऐसे व्यक्ति में साहित्यकार , दार्शनिक या वैज्ञानिक जैसे गुणों का विकास होता है |
Rahu Mahadasha Upay :
कुंडली में ख़राब राहू की स्थिति/ राहु महादशा को शांत करने हेतु ये उपाय करने चाहिए : –
- राहु के इस मंत्र का जप अधिक से अधिक प्रतिदिन करें : ” ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहुवे नमः “
- भगवान भैरव के मंदिर में रविवार को तेल का दीपक जलाये व मदिरा का भोग लगाये |
- बजरंग बाण और हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करें |
- जातक चांदी की अंगूठी पहने या फिर चांदी की कोई न कोई वस्तु अपने पास अवश्य रखे |
- दूध और चावल का दान करें |
- हनुमान मंदिर में तिल और जौं का दान करें |
- मसूर की दाल का दान करें |
- काले कुत्ते को मीठी रोटियां खिलाये |
- रात को सोते समय अपने सिरहाने जौं रखे और सुबह होने पर पक्षियों को डाल दे |
- हर मंगलवार और शनिवार को चीटियों को मीठा खिलाएं |
- शनिवार के दिन अपन प्रयोग किया गया कम्बल किसी गरीब को दान दे |
- सोमवार(Rahu Mahadasha Upay) के दिन शिवमंदिर में शिवलिंग पर जल और धतुरा के बीज चढ़ाएं व सोमवार को व्रत रखे |