Depression/तनाव एक प्रकार की मानसिक बीमारी है जो उदासी, चिंता, अकेलापन, नकारात्मक भाव, असुरक्षा के भाव के चलते एक व्यक्ति को मानसिक रूप विकृत कर देती है | उदास रहना, अकेले रहना, मन में हर समय नकारात्मक भाव ये सभी हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी दस्तक जरुर देते है लेकिन इसकी समय अवधि केवल कुछ दिन की ही होती है(Tanav Ke Karan)| किन्तु इस प्रकार के भाव जब व्यक्ति लम्बे समय तक महसूस करता है तो यह उसकी आदत बन जाते है और वह चाहकर भी इनसे छुटकारा नहीं पा सकता |
Tanav Ke Karan :
एक बात तो स्पष्ट है कि जब लम्बे समय तक एक व्यक्ति किसी दुःख,तकलीफ या चिंता को मन में बैठाये रखता है तो आगे चलकर यह Tanav को जन्म देता है | यह पूर्ण रूप से एक मानसिक विकार है जो व्यक्ति के मूड से सम्बंधित है | और यह व्यक्ति की उदासी, किसी काम में मन न लगना या किसी सगे-संबंधी की मृत्यु के कारण उत्पन्न हो सकता है | यह एक लम्बी चलने वाली बीमारी है | सही उपचार न मिलने पर यह बीमारी जीवनभर रोगी को परेशान करती है और साथ ही शरीर में और भी बहुत सी बिमारियों का कारण बनती है |
Depression/Tanav के लक्षण :-
Tanav/ तनाव के लक्षण अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकते है इसलिए यह कहना उचित नहीं होगा कि एक व्यक्ति में तनाव /Tanav होने पर जिस प्रकार के लक्षण दिखाई देते है दुसरे Depressed व्यक्ति में भी सभी लक्षण वही हो |
अकेलापन, उदासी, शरीर में उर्जा की कमी(कमजोरी), सोने में परेशानी, निराशा के भाव, भोजन करने में रूचि न रखना, एकाग्रता में परेशानी , आनंद की वस्तुएं और सामजिक गतिविधियों में रूचि न रखना, हीन भावना रखना, खुद को दोषी ठहराना या suicide करने के विचार मन में आना इस प्रकार के भाव जब एक व्यक्ति एक या दो महीने से अधिक समय के लिए महसूस करता है तो इससे स्पष्ट है कि वह व्यक्ति Depression की बीमारी से ग्रस्त है | और उसे उचित treatment की आवश्यकता है |
Tanav Ke Karan :-
तनाव होने के कारण : –
Depression/Tanav किसी भी व्यक्ति को हो सकता है चाहे वह child, किशोर, व्यस्क या फिर वृद्ध हो | Depression/Tanav होने के पीछे स्पष्ट कारण क्या है यह पता लगाना मुश्किल है क्योंकि बहुत से अलग-अलग factor है जो Depression के कारण बन सकते है जैसे :-
Tanav Ke Karan
Tanav/तनाव का कारण Genetics (अनुवांशिक) हो सकता है : –
यदि किसी व्यक्ति के परिवार में माता-पिता या फिर दादा-दादी depression के शिकार रहे हो तो उनके वंश में किसी को भी यह बीमारी हो सकती है | इसलिए तनाव/Tanav के पीछे genetics कारणों को भी ध्यान में रखा जाता है |
Bipolar Disorder or manic depression : –
मूड में परिवर्तन : –
यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति का मूड स्थायी नहीं रहता है | ऐसी परिस्थिति में व्यक्ति कभी खुश रहता है तो कभी उदास | जब यह समस्या छोटे-छोटे अंतराल तक चलती है तो ऐसे में यह depression को जन्म नहीं देती | लेकिन जब व्यक्ति लम्बे-लम्बे समय तक change in mood की समस्या (Bipolar Disorder) से ग्रसित होने लगता है तो आगे चलकर यह तनाव /Tanav का मुख्य कारण बनता है |
गहरा आघात :-
कभी-कभी जीवन में कुछ ऐसी दुर्घटनाएं हो जाती है जिनसे व्यक्ति को घहरा आघात पहुँचता है और व्यक्ति लम्बे समय तक इन्हें अपने मष्तिष्क में बैठाये रखता है जैसे : – किसी प्रियजन की मृत्यु होना, प्रेम में असफलता, नौकरी से निकाल दिया जाना, विश्वासघात, व्यवसाय में अकस्मात हानि इस प्रकार की घटनाएँ कभी न कभी न चाहते हुए भी घटित हो जाती है और जो व्यक्ति मानसिक रूप से थोड़े से भी कमजोर होते है वे ऐसे गहरे आघात से लम्बे समय तक बाहर नहीं निकल पाते और तनाव / Tanav की बीमारी से ग्रस्त हो जाते है |
Tanav Ke Karan
असाध्य रोग होने पर : –
अकस्मात ही किसी असाध्य रोग की चपेट में आने पर रोगी को तनाव / Tanav होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है | ऐसी स्थिति में जीवन के प्रति असुरक्षा के भाव, जीवन से प्रेम, मृत्यु का भय और भयंकर पीड़ा का अनुभव ही तनाव / Tanav का मुख्य कारण बनता है |
Change in Environment :
पर्यावरण में परिवर्तन :-
मौसम में परिवर्तन और स्थान में परिवर्तन भी तनाव / Tanav का कारण बन सकता है | मौसम और स्थान में परिवर्तन आने से व्यक्ति के स्वभाव, रहन-सहन और खाने-पीने में परिवर्तन आ जाता है | और यह भी एक कारण बन सकता है आपके depressed होने का | लेकिन इस तनाव/Tanav से व्यक्ति आसानी से छुटकारा पा सकता है |
नशे की लत :-
नशा बहुत बड़ा कारण बन सकता है तनाव/Tanav का | नशा चाहे किसी भी प्रकार का हो, नशे की लत पड़ने पर व्यक्ति बिना नशे के नहीं रह सकता, ऐसे में यदि समय पर उसे नशा नहीं मिले तो वह depressed होने लगता है |
Treatments of Depression/तनाव :-
तनाव/Tanav का उपचार :-
Tanav एक मानसिक बीमारी है जिसका इलाज यदि चाहे तो व्यक्ति बिना किसी दवाई की सहायता के स्वयं ही कर सकता है | वैसे भी जब आप तनाव/Tanav के शिकार होने पर psychologist के पास जाते है तब वे भी यही कहते है कि इस मानसिक बीमारी में दवाई से ज्यादा आपका स्वयं का role है | दवाइयाँ तो सिर्फ सहायक सिद्ध होने वाली है | तो आइये जानते है किस प्रकार से आप tanav/तनाव से छुटकारा पा सकते है : –
सुबह जल्दी उठकर व्यायाम और योग करें :-
शरीर को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में उचित व्यायाम(हलासन, पश्चिमोतानास, शवासन, सर्वांगासन) व योग(अनुलोम-विलोम, कपालभाति) अभ्यास एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है | एक बात का ध्यान रखे : सुबह घूमने जाने के लिए या योग करते समय किसी मित्र या परिवार के सदस्य को साथ अवश्य रखे | क्योंकि एकांत और शांत वातावरण में अकेले रहने पर depression की समस्या बढ़ जाती है | इसलिए यह उचित होगा कि अपने आस-पास कोई योग व व्यायाम क्लास join कर ले |
बच्चों के साथ अधिक समय व्यतीत करें :-
यदि आपके घर में छोटा बच्चा है तो अधिक से अधिक समय बच्चे से साथ व्यतीत करना चाहिए | बच्चे उर्जा और उत्साह से भरे होते है और उनकी क्रीड़ायें देखकर तनाव / Tanav अपने आप दूर होने लगता है |
धार्मिक ग्रंथ का अध्ययन करें :-
आप अपने धर्म के अनुरूप पवित्र धर्म ग्रंथों का अध्ययन करें | इससे हमें अटूट विश्वास और आत्मबल प्राप्त होता है | मृत्यु का भय दूर होता है | तनाव होने पर नियमित धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन बहुत उपयोगी सिद्ध होता है |
संतुलित आहार और भरपूर नींद ले :-
तनाव / Tanav से निजात पाने के लिए संतुलित आहार करना चाहिए | खाने की वस्तुएं जिनमे Serotonin(सेरोटीन) अधिक होता है वे अधिक से अधिक खाए जैसे : – शतावरी, हल्दी, अंडे व कद्दू के बीज आदि | शरीर में सेरोटिन का स्तर बढ़ने से मूड से सम्बंधित समस्या में सुधार आता है | ग्रीन tea में भी सेरोटिन पाया जाता है इसलिए ग्रीन tea का सेवन भी किया जा सकता है | मौसमी फल, हरी सब्जियां व दूध का अधिक सेवन करें | विटामिन बी युक्त भोजन अधिक ले | रात को जल्दी सोने व सुबह जल्दी उठने की आदत बनाये |
अकेले न रहे :-
तनाव / Tanav होने पर व्यक्ति परिवार के सदस्यों के बीच रहकर भी अकेला महसूस करता है | ऐसे में जब वह एकांत वातावरण में बिल्कुल अकेला होता है तब depression की समस्या कई गुना बढ़ जाती है | इसलिए तनाव / Tanav के रोगी को भूलकर भी कभी अकेला नहीं रहना चाहिए | अपने परिवार व मित्रों के साथ अधिक समय व्यतीत करना चाहिए | यदि संभव हो सके तो नये-नये लोगों से मेल-जोल रखना चाहिए |
कर्णप्रिय संगीत सुने : –
संगीत में बड़ी शक्ति होती है और जब कभी कर्णप्रिय संगीत हमें सुनाई देता है तो मन आनंदित हो उठता है | इसलिए अपने पसंदीदा संगीत को सुने व स्वयं को आनंदित होने दे |
स्वयं को व्यस्त रखे : –
तनाव / Tanav का सबसे best treatment है स्वयं को व्यस्त रखना | यदि आप सुबह से शाम तक स्वयं को व्यस्त रखते है तो तनाव अपने आप दूर होने लगता है | मनोचिकित्सक(Psychiatrist) भी रोगी को व्यस्त रहने की ही सलाह देते है और स्वयं को व्यस्त रखने की कला उपरोक्त सभी उपायों में सबसे प्रभावी सिद्ध होती है |
Allopathy में तनाव का इलाज : –
Depression’s Treatment in Allopathy : –
यदि तनाव / Tanav मध्यम स्तर का है तो ऐसे में आपका जनरल फिजिशियन आपको antidepressant दवाइयाँ लेने की सलाह देते है | लेकिन depression की समस्या गंभीर होने पर रोगी के लिए antidepressant tablets के साथ-साथ psychotherapy approach भी जरुरी है | मनोचिकित्सक(Psychiatrist) समय- समय पर रोगी की मानसिक रूप से जांच करता है व धीरे-धीरे रोगी को antidepressant tablets और speech therapy द्वारा तनाव / Tanav से बाहर लाने का प्रयत्न करता है |
तनाव / Tanav का आयुर्वेदिक उपचार :-
Allopathic दवाईयों के द्वारा depression का इलाज तो संभव है लेकिन इन दवाईयों के side effects बहुत ज्यादा होते है | इसलिए जहाँ तक हो सके स्वयं के आत्मबल को मजबूत बनाकर व कुछ आयुर्वेदिक औषधियों का सहारा लेकर आप इस समस्या से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है :
अश्वगंधारिष्ट : – अश्वगंधा शारीरिक व मानसिक रूप से बल प्रदान करने वाली जुडी-बूटी है | अश्वगंधारिष्ट सिरप के रूप में इसे बाजार से प्राप्त कर सकते है |
हल्दी : – शारीरिक व मानसिक व्याधियों में हल्दी बहुत ही गुणकारी औषधि मानी गयी है | दूध में मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है |
ब्राह्मी वटी : – 5 बादाम व एक अखरोट रात को पानी में भिगोकर रख दे | सुबह उन्हें अच्छे से पीसकर उसमें थोडा गाय का दूध मिलाकर खाली पेट सेवन करें साथ में 2 ब्राह्मी वटी की tablet ले | शाम के समय भी खाली पेट इसी प्रकार से करें |
तनाव / Tanav को दूर करने के उपरोक्त सभी उपायों में से यदि कुछ उपायों को भी आप ठीक प्रकार से प्रयोग में लाते है तो आप depression/Tanav की समस्या से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है(Tanav Ke Karan) | एक बात का ध्यान रखे : यदि आपको महसूस होता है कि आप उच्च स्तर के depression से suffer कर रहे है या आपको कभी-कभी suicidal thoughts आते है तो आप तुरंत किसी अच्छे मनोचिकित्सक (Psychiatrist) से आपना इलाज कराये |