चिकनी मिट्टी से रोगों का निवारण कैसे करें ? Mud Therapy

By | May 30, 2018

मिट्टी का प्रयोग प्राचीन काल से ही प्राकृतिक चिकित्सा में किया जाता रहा  है | शरीर को बनाने वाले पंच तत्वों – आकाश, जल , वायु , अग्नि और पृथ्वी(मिट्टी) में से एक तत्व मिट्टी ही है जिसका प्रयोग मानव शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किया जा सकता है | मिट्टी में मौजूद खनिज तत्व व अन्य पोषक तत्व शरीर की त्वचा द्वारा अवशोषित होकर शरीर में आई हर कमी को पूरा करते है | चिकनी मिट्टी में अन्य प्रकार की मिट्टी की अपेक्षा अधिक गुण होते है | मिट्टी द्वारा चिकित्सा पद्दति में मिट्टी को रोग के स्थान पर लेपन कर उपचार किया जाता है | आइये जानते है कौन-कौन से रोगों में मिट्टी द्वारा चिकित्सा लाभप्रद सिद्ध होती है |

चिकनी मिट्टी द्वारा रोगों का निवारण

चिकनी मिट्टी से कौन-कौन से रोगों का निवारण किया जा सकता है :-

गठिया रोग की सूजन, घुटनों में दर्द, आँख की बीमारी, सर दर्द, पेट के सभी रोग : पेट में गर्मी, लीवर में सूजन, लीवर का ठीक से काम न करना, अमाशय की समस्या, गैस, एसिडिटी, कब्ज, आंतों की समस्या, पेट का भारीपन व पाचन तंत्र की समस्या इन सभी रोगों में चिकनी मिट्टी द्वारा उपचार करना लाभप्रद सिद्ध होता है |

चिकनी मिट्टी-प्रयोग विधि :-

उपचार में साफ़ चिकनी मिट्टी का ही प्रयोग करें | मिट्टी को प्रयोग से पहले अच्छे से पीस ले और बारीक कर ले | अब इसे पानी में भिगो दे | मिट्टी के पानी में पूरी तरह भीग जाने पर एक सूती कपड़ा लेकर इस पर मिट्टी की एक परत बना ले अब इस कपड़े को अपने पेट वाले भाग पर, माथे पर या जिस भी स्थान पर आपको रोग हो वहां रखे | लगभग 45 से 50 मिनट तक मिट्टी को ऐसे ही रखे रहने दे | इसके पश्चात् मिट्टी को वहां से हटाकर स्नान कर ले | चिकनी मिट्टी के इस प्रयोग को लगातार 2 सप्ताह तक करने से लाभ मिलना प्रारंभ हो जाता है |

चिकनी मिट्टी के उपरोक्त प्रयोग के अतिरिक्त आप मिट्टी के गाढ़े घोल का मोटा लेपन अपने रोग वाले स्थान पर कर सकते है इस लेपन के एक घंटे बाद स्नान कर लेना चाहिए |

कुछ चिकित्सक रोगी को चिकनी मिट्टी के घोल में गर्दन तक लेटाकर भी चिकित्सा करते है | उनका मानना है कि इस प्रकार करने से सम्पूर्ण शरीर मिट्टी से आवश्यक तत्वों को अवशोषित कर लेता है और रोगी को रोग निवारण के साथ-साथ उर्जावान बनाता है |

इस प्रकार से मिट्टी के प्रयोग द्वारा बहुत से रोगों का सफलतापूर्वक उपचार किया जा सकता है | मिट्टी का यह प्रयोग पूर्णतया सुरक्षित है लेकिन फिर भी 100% परिणाम प्राप्त करने के लिए पहले अच्छे से प्राकृतिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य ले ले |

अन्य जानकारियाँ : –