सूर्य देव का प्रभावशाली मंत्र | सूर्य देव मंत्र जप विधि

By | September 10, 2020

सम्पूर्ण पृथ्वी पर उर्जा का एक मात्र स्त्रोत सूर्य है | हिन्दू धर्म में सूर्य को देव के रूप में पूजा गया है | ज्योतिष की द्रष्टि से सूर्य देव सभी नवग्रहों में प्रधान गृह है | सरकारी नौकरी – रोग से छुटकारा और समाज में मान-सम्मान प्राप्त करने में सूर्य देव की पूजा फलदायी सिद्ध होती है | सूर्य देव के मंत्र/Surya Dev Mantra द्वारा सूर्य उपासना करना न केवल आपके कार्य सिद्ध करने वाला है बल्कि ऐसा करने से सूर्य देव की विशेष कृपा भी आप बन सदैव बनी रहती है |

सूर्य देव का प्रभाव शाली मंत्र :

नीचे दिए गये सूर्य देव के मंत्र द्वारा आप नियमित रूप से सूर्य देव की उपासना कर सकते है | इसके साथ ही सूर्य देव को अर्ध्य देते समय भी इस मंत्र का उच्चारण किया जाना चाहिए |

|| ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः ||

जो जातक किसी रोग से पीड़ित है ऐसे में उपरोक्त सूर्य मंत्र द्वारा सूर्य उपासना से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते है | जो जातक सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है या फिर किसी बड़ी परीक्षा जैसे सिविल services की तैयारी में लगे है, ऐसे जातक के लिए सूर्य देव का उपरोक्त मंत्र चमत्कारी सिद्ध हो सकता है | इसके साथ ही समाज में मान-सम्मान और यश प्राप्ति हेतु भी उपरोक्त मंत्र का जप किया जा सकता है |

Surya Dev Mantra :

surya dev mantra

सूर्य देव मंत्र जप विधि :

सूर्य देव के उपरोक्त मंत्र/Surya Dev Mantra का जप रविवार की सुबह 9 बजे से पहले करना चाहिए | आप चाहे तो नवग्रह मंदिर जाकर सूर्यदेव के सामने बैठकर उपरोक्त मंत्र के जप कर सकते है | या फिर घर पर पूर्व दिशा की तरफ सिद्ध सूर्य यंत्र की स्थापना कर, मंत्र का जप कर सकते है | दोनों ही प्रकार से आपको समान फल की प्राप्ति होने वाली है |

सूर्य देव के यंत्र के समक्ष घी का दीपक प्रज्वल्लित कर प्रथम गणेश जी के स्तुति मंत्र द्वारा उनका स्मरण करना चाहिए | इसके पश्चात् उपरोक्त सूर्य मंत्र/Surya Dev Mantra का जप कम से कम 108 बार करना चाहिए | इस प्रकार मंत्र जप करने से पहले प्रतिदिन सुबह-सुबह सूर्य देव को अर्ध्य अवश्य देना चाहिए | अर्ध्य देते समय भी आप सूर्य देव के उपरोक्त मंत्र का जप करें | आप चाहे तो रविवार के दिन सूर्य देव का व्रत भी रख सकते है |

सूर्य देव के उपरोक्त मंत्र/Surya Dev Mantra का जप और अर्ध्य रविवार के दिन से शुरू करके प्रतिदिन इस पूजा को करना चाहिए | 21 दिनों में ही आप अपने जीवन में बदलाव महसूस करने लगेंगे |