Category Archives: आयुर्वेद उपचार

चंद्रशेखर रस हिंदी में जानकारी ! जीर्ण ज्वर व बच्चों के रोगों में लाभकारी औषधि

चंद्रशेखर रस का विशेष उपयोग पित्तस्लेष्मा ज्वर में-शरीर में दाह, तन्द्रा अरुचि, कभी-कभी अंग में दाह हो और कभी किसी अंग में ठण्ड लगे ऐसे लक्षण उत्पन्न होने पर किया जाता है | इस ज्वर में कफ रुक जाता है और पित्त पतला होकर कफ से मिल जाता है | ये दोनों आमाशय में स्त्रोतों को रोक देते… Read More »

आरोग्यवर्धिनी बटी (रस) गुण-उपयोग

आरोग्यवर्धिनी रस एक उत्तम पाचन, दीपन, शरीर के स्त्रोतों का शोधन करनेवाला, ह्रदय को बल देने वाला, मेद को कम करने वाला और मलो की शुद्धि करने वाला रसायन है | यकृत प्लीहा, बस्ति, वृक्क, गर्भाशय, आंत्र, ह्रदय आदि शरीर के किसी भी अन्तरावयव के शोध में, जीर्णज्वर , जलोदर और पांडु रोग में इस औषधि(Arogyavardhini Vati Benefits) … Read More »

कामदुधा रस(मौक्तिक युक्त) के लाभ- मुख्य घटक और उपयोग विधि

कामदुधा रस पूर्ण रूप से एक आयुर्वेदिक औषधि है | जिसका मुख्य रूप से प्रयोग शरीर से पित्त की अधिकता दूर करने के लिए किया जाता है | दो प्रकार के कामदूधा रस आपको बाजार में उपलब्ध मिलेंगे जिसमें एक कामदुधा रस साधारण और दूसरा कामदुधा रस मोती युक्त मिलेगा | मोती युक्त कामदुधा रस(Kamdudha Ras in Hindi)… Read More »

जहरमोहरा खताई औषधि के लाभ

जहरमोहरा एक पत्थर है | यह रंग में सफ़ेद कुछ पीला और हरापन लिए हुए होता है | यूनानी दवा बेचनेवालों के यहाँ इसी नाम से मिलता है | यूनानी वैद्य(हकीम) लोग इसका प्रयोग अधिक करते है | इसके श्रेष्ठ गुणों के कारण वैद्यों में भी इसका प्रचार बढ़ा है | जो वजन में हल्का और चिकना हो,… Read More »

सूर्य नमस्कार मंत्र ! सूर्य नमस्कार के समय इन मन्त्रों का उच्चारण जरुर करें

सूर्य नमस्कार एकमात्र ऐसा योगासन है जिसके करने से सभी योगासन के समान फल की प्राप्ति होती है | जिस जातक ने सूर्य नमस्कार विधिवत कर लिया, समझो सभी योगासन को उसने एकसाथ कर लिया | इसलिए सभी योगासनों में सूर्य नमस्कार को सर्वश्रेष्ट माना गया है | सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से जातक का शरीर निरोग… Read More »